ख़ुदा की वापसी
पहले से अच्छा नेहला धुलाकर ख़ुदा को फिलहाल इस नये चिट्ठे पर लाया जा रहा है जो अबसे पहले यहां थे यानी http://shuaib.in/chittha (नई बातें / नई सोच) पर ज़बर्दस्त बड़बड़ाते रहे मगर इनका ब्लॉग अपग्रेड करते वक़्त बुरी तरह फिसल गिरे मगर शुक्र है दांत नहीं टूटे चूंकि दांत हैं ही नहीं। पुराना ब्लॉग ठीक होने तक इस नये चिट्ठे पर ही बहुत ज्लद अपनी नई चाल ढाल यानी करामात यानी नई बातों और नई सोच के साथ इस हिन्दी चिट्ठाजगत मे एकबार फिर हंगामाखैज़ तौर पर ख़ुदा हाज़िर होने वाले हैं। जारी
Labels: ये ख़ुदा है
1 Comments:
हमें तो लगा खुदा कहीं खो गए है, शुक्र है नहा-धो कर फिर से हाजिर है.
प्रतिक्षा रहेगी.
By संजय बेंगाणी, At 4:13 AM
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